वो बाबा साहब का सैनिक है... मिशन पर हुँकार लगाये चलता है, अपने काँधों पर बहुजन मिशन का भार उठाये चलता है, गश्त लगाते कांसीराम की जयकार लगाये चलता है, अंतर मन में ज्वलत ज्वाला से विरोधियों को ललकार लगाये चलता है वो मिशन की मस्ती में मस्त एक अनोखा मन मौजी है वो बाबा साहब का सैनिक है। विजय कुमार बौद्ध